नमस्कार दोस्तों , बहुत समय बाद अपने ब्लॉग को open किया | अच्छा लगा कि अब फिर से ब्लॉग्गिंग ही मेरी Life बनने जा रही है| आज से लगभग 4 महीने पहले मैंने ब्लॉग्गिंग छोड़ दी थी मैंने वो निर्णय क्यों लिया और क्या मैंने सही किया या गलत ! आज की इस पोस्ट में मैं उसी के बारे में बात करने वाला हूँ|
देखिये ! ब्लॉग्गिंग मेरा एक जूनून है और मेरे जैसे ना जाने कितने ऐसे blogger होंगे जो इसे एक जूनून मानते है और लिखने को ही अपनी लाइफ बना चुके है |
लेकिन इससे भी ज्यादा अच्छा तब लगता है कि आपके द्वारा लिखे गए हर एक अक्षर को लोग ध्यान से पढ़े और बदले में आपको उस पोस्ट के बारे में और सही या गलत जो भी हो अपनी अपनी राय दे |
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वास्तव में सच कह रहा हूँ बहुत मज़ा आता है |
अगर मेरे ब्लॉग की बात की जाए तो मेरे ब्लॉग पर सब कुछ सही चल रहा था और जैसे बाकी के blogger काम करते है वैसे मैं भी काम कर रहा था लेकिन क्या करे कि ये Google देवता है कब क्या कर दे कुछ समझ नहीं आता ठीक वैसा ही मेरे साथ हुआ और ट्रैफिक एकदम से कम हो गया|
अब अगर किसी ब्लॉग पर ट्रैफिक ही नहीं होगा तो आप अपनी पोस्ट को किसे दिखायेंगे और एक blogger के लिये ट्रैफिक कितना important है इसके बारे में शायद किसी को कुछ भी बताने की जरुरत नहीं है बस यही समय था कि मैंने सोचा कि अब 1 साल की ब्लॉग्गिंग के बाद एक छोटा सा ब्रेक ले लिया जाए और ट्रैफिक भी कम है तो शायद कुछ ज्यादा फर्क भी नहीं पड़ने वाला|
एक ट्रैफिक कम होने से क्या कोई ब्लॉग्गिंग छोड़ देगा ! नहीं ऐसा नहीं है एक ऐसे ब्लॉग को छोड़ देना जिसे आप जैसे पढने वाले इतना प्यार देते है और आपकी हर एक पोस्ट का इन्तजार करते है तो आप सिर्फ एक ट्रैफिक कम होने से तो ब्लॉग्गिंग नहीं छोड़ेंगे !
फिर क्या हो गया ! और क्या वजह हो गयी कि मैंने 4 महीने की छुट्टी ले ली ?
जैसा कि आप अगर मेरे regular विजिटर है और आपने मेरे ब्लॉग के about Us page को पढ़ा है तो आप अच्छी तरह से जानते है कि मैं पढाई से बहुत समय से दूर था और लगभग 5 साल बाद मैंने सोचा कि लाइफ के इन पांच साल में सब कुछ सीखा लेकिन एक बार पढाई करके भी देख लेते है |
क्या पता यहाँ भी ब्लॉग्गिंग की तरह लाइफ बदल जाए और इस समय यहाँ तो एक मौका भी था तो मैंने सोचा कि अब एक लम्बा ब्रेक लेना चाहिये |
खैर ! जो भी समझो पढाई या ट्रैफिक कम होने की वजह लेकिन मैंने ब्रेक ले लिया |
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असली बात तो अब शुरू होती है ?
यहाँ Matter ये नहीं है कि मैंने ब्लॉग्गिंग से ब्रेक क्यों लिया या किसलिए लिया | आप चाहे किसी भी field में हो या आप कुछ भी business करते है तो सभी business का एक rule होता है कि आप एक हफ्ते या एक एक महीने या फिर एक साल में इतने समय का ब्रेक मिलेगा |
वही ब्लॉग्गिंग का एक एक ही नियम है कि आपका competition हर जगह है और आपने अगर कहीं भी एक छोटी सी चूक कर दी तो इसका परिणाम आपको लम्बे समय तक भुगतना पड़ेगा|
एक वो भी समय था जब मैं सिर्फ ब्लॉग्गिंग में ही 15-16 घंटे काम किया करता था और उस वक़्त जरुरी भी था और आपका भी अगर नया ब्लॉग है और आप भी अगर नए blogger है तो आपको शुरू में बहुत टाइम अपने ब्लॉग को देना पड़ेगा क्योंकि यहाँ हर कोई blogger है और उसका अपना एक ब्लॉग है|
इसके बाद मेरा ब्लॉग कुछ फेमस हुआ और लोग मुझे जानने लगे तो अब इतना काम करने की जरुरत शायद नही थी इसलिए आप अगर बीच में कुछ समय का ब्रेक लेते है तो आपको कुछ benefit होते है जैसे –
— आपको अपने आप को बहुत समय बाद रिफ्रेश होने का मौका मिल जाता है|
— सिर्फ ब्लॉग्गिंग ब्लॉग्गिंग के चक्कर में अपनी लाइफ के और भी बहुत से काम होते है जिसे करना भी बहुत जरुरी है|
— लाइफ में ब्लॉग्गिंग ही सब कुछ है ये आपका जूनून होना चाहिये लेकिन लाइफ में ब्लॉग्गिंग के अलावा भी बहुत कुछ है इस बात का भी आपको ध्यान होना चाहिये|
— एक लम्बे समय की ब्लॉग्गिंग करने के बाद ब्रेक लेने से आपको कुछ और नया जानने और सोचने का मौका मिल जाता है जिससे कि हो सकता है कि आप जब फिर से वापिस आये तो आप उससे भी अच्छा कर सके |
— जब सही समय हो तो बीच में ब्लॉग्गिंग के अलावा भी आप बहुत कुछ कर सकते है और कुछ चीजो को और बारीकी से समझ सकते है जैसा मान लीजिये कि मैं अपने regular ब्लॉग पर काम नहीं कर रहा था लेकिन इसके अलावा जो भी ब्लॉग थे वो सब अब अच्छी स्थिति में आ गए |
— एक regular टाइम टेबल के हिसाब से आप छुट्टी ले तो आपको कोई नुकसान नहीं होगा मैंने अपने social media पर भी कहा था और यहाँ भी कह रहा हूँ कि इन चार महीनो में मुझे ज्यादा कुछ नुकसान नहीं हुआ है और ब्लॉग्गिंग के अलावा अगर बात करे तो उस field में मुझे ज्यादा फायदा हुआ है|
— सबसे ख़ास बात ब्लॉग्गिंग करने के लिए पूरी जिन्दगी पड़ी है लेकिन पढने का एक समय होता है और इसका मौका बार बार नहीं मिलता|
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तो दोस्तों मेरे कहने का मतलब ये है कि किसी काम को करने का एक समय होता है ठीक उसी तरह से एक ब्रेक लेने का भी सही समय होता है और आप बहुत टाइम से ब्लॉग्गिंग कर रहे है तो बीच में ब्रेक ले सकते है इसके आपको नुकसान कम और फायदे ज्यादा होते है|
तो अंत में कहने का मतलब यही है कि आपका अपना दोस्त देव राठौड़ एक बार फिर से वापिस अपने ब्लॉग पर आ चुका है और इसके बाद एक नयी शुरुआत के साथ ब्लॉग्गिंग शुरू करते है | इसके अलावा एक खुशखबरी ये भी है कि मैंने YouTube पर भी काम करना शुरू किया था और वैसे बात की जाए तो professional तरीके से तो शुरू नहीं कर पाया लेकिन सोच रहा हूँ कि एक ऐसे YouTube की शुरुआत करू जिसमे वही बाते की जाए जो आपके और मेरे ब्लॉग से related हो|
YouTube और blogger में एक बहुत बड़ा अंतर है और आपके मन में बहुत सी ऐसी बाते है जो आप ब्लॉग पर लिखकर share नहीं कर सकते इसके लिये आपको YouTube की जरुरत होती है तो मेरे ब्लॉग के अलावा जो भी आपके साथ share करने योग्य होगा उसे मैं वही पर share करूँगा| आप यहाँ क्लिक करके मेरे YouTube चैनल को देख सकते है|
Subscribe करना या ना करना ये आप पर depend करता है अच्छा लगेगा तो आप जरुर सब्सक्राइब करेंगे वरना नहीं|
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तो इन्ही बहुत सी नयी चीजो को लेकर आया हूँ और जल्द ही वो सभी ब्लॉग भी आपसे share करने वाला हूँ जो अभी नए है तो आपके मन में भी अगर कोई सुझाव आ रहे है कि मुझे YouTube शुरू करना चाहिये या नहीं, कौनसा मेरे लिये सही रहेगा और वो क्या है जिससे आपको और भी अच्छी तरह से ब्लॉग्गिंग समझ आ सकती है तो वो सब यहाँ कमेंट करके share कर सकते है|
thanks sir bahut accha post hain.
बहुत खूब पोस्ट !!
धन्यवाद भाई !!
welcome Dev bhai… etni lambi chhuti lena achhi bat nahi hai,, waise koi bat nahi ab aag laga do aap hindistock pe
All the Best Dev…
Welcome Back Bro, Lagata Hai Is Blog Par Nai Subah Hui, Bas Aise Hi Banaye Rakhe.
Best of Luck
thank you so much brother…Love from hindistock.com
1. Blog post me kis size ke ads aap lagaye ho.
2. Post me txt.ads link kaise banaye aur iski size kya honi chahiye.
Link Ads hai aur baaki native ads ka abhi use kar raha hu
Aapke is article se me bahut jyada motivate hua hun warna to aajke zamane me har Blogger demotivate Hi kar raha hai.
अच्छा लगा कि आज किसी को मैं मोटीवेट कर पाया। शुक्रिया भाई
1. Blog post ke beech me kitne size ke Ads lagaya hai aapne.
2. Aur Text link ki kya size hai.
Please Reply jarur kare.
ये responsive ads है पोस्ट के हिसाब से अपने आप चेंज हो जाते है।
Very nice post
bhut acha bataya
Saal me 1-2 bar chutti lena acchi baat hai. Aapne jo kiya wo bahut sahi laga. But aapki ek baat se mai sahmat nhi hu wo hai “Padhai”
Padhai karne ki koi umer nhi hoti. Bas aapme jonnun hona chahiye. Isme age ki koi baat nhi aati.
सब काम को करने की Age होती है सही कहा आपने पढ़ाई करने की कोई उम्र नही होती लेकिन Compitition लेवल के एग्जाम की एक तय सीमा होती है मैं उसी की बात कर रहा था
सक्सेस बार बार प्रोफेसन बदलने से नही मिलती है सक्सेस पाना है तो एक प्रोफेसन में इतनी मेहनत करो कि प्रोफेसन के नाम से तुम नही तुम्हारे नाम से प्रोफेसन जाना जाए
वेलकम brother देव राठौड़, फिरसे आपके साथ विचारो की विचारधारा व्यक्त करने का मौका मिलेगा। सही कहा आपने ऐरफ ब्लॉगिंग को ही दुनिया बनाये रखने से काफी सारे काम ब्लॉगर नही कर पाते। हर साल काम से कम 15 दिन का बरेअक5 सभी को लेना आवश्यक ही है।
शुक्रिया भाई